loading

सावन की अमावस्या हिन्दू धर्म में अत्यंत पावन और शक्तिशाली दिन माना जाता है। यह दिन श्रावण मास की अमावस्या तिथि होती है और इसका संबंध पूर्वजों, पितरों, भगवान शिव और नदी स्नान व तर्पण कर्मों से होता है।

  • Home
  • Blog
  • सावन की अमावस्या हिन्दू धर्म में अत्यंत पावन और शक्तिशाली दिन माना जाता है। यह दिन श्रावण मास की अमावस्या तिथि होती है और इसका संबंध पूर्वजों, पितरों, भगवान शिव और नदी स्नान व तर्पण कर्मों से होता है।

सावन की अमावस्या हिन्दू धर्म में अत्यंत पावन और शक्तिशाली दिन माना जाता है। यह दिन श्रावण मास की अमावस्या तिथि होती है और इसका संबंध पूर्वजों, पितरों, भगवान शिव और नदी स्नान व तर्पण कर्मों से होता है।


🌑 सावन अमावस्या का महत्व (Sawan Amavasya Ka Mahatva):

🕉️ 1. पितरों को शांति और तर्पण का उत्तम दिन

सावन की अमावस्या पर पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और पितृ दोष शांत होता है।

🕉️ 2. शिव भक्ति और जलाभिषेक का विशेष फल

सावन मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। इस दिन शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, दूध अर्पित करने से मनोकामना पूरी होती है और कर्ज, रोग और शत्रु बाधा समाप्त होती है।

🌿 3. नदी स्नान और दान-पुण्य का प्रभाव हज़ार गुना

इस दिन गंगा, यमुना, नर्मदा आदि पवित्र नदियों में स्नान कर दान करने से अक्षय पुण्य मिलता है। काला तिल, उड़द, वस्त्र, गौदान आदि विशेष पुण्यदायी माने गए हैं।

🔥 4. नकारात्मक ऊर्जा का नाश

सावन अमावस्या को घर की सफाई, नीम के पत्तों से शुद्धिकरण, दीपदान और हवन से नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर का नाश होता है।

🌒 5. तंत्र और सिद्धि का विशेष योग

सावन की अमावस्या को तंत्र, मंत्र, यंत्र और देवी उपासना के लिए भी विशेष माना जाता है। साधक इस दिन साधना करके विशेष सिद्धियाँ प्राप्त कर सकते हैं।


📿 इस दिन क्या करें?

✅ पवित्र नदी में स्नान करें
✅ अपने पितरों के नाम से तर्पण करें
✅ शिव मंदिर जाकर रुद्राभिषेक करें
✅ काले तिल, वस्त्र और भोजन का दान करें
✅ हनुमान जी और भैरव जी की भी विशेष पूजा करें


🚫 क्या न करें?

❌ किसी का अपमान न करें
❌ शराब, मांस, वाणी से कटुता से बचें
❌ रात को नकारात्मक विचारों से खुद को दूर रखे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *